इरफ़ान खान के सप्ताहांत हिट का आनंद लें—प्रत्येक आपको कुछ नया सिखाएगा।

दिवंगत अभिनेता इरफान खान भारतीय सिनेमा के ऐसे नायकों में से एक थे, जिन्होंने अपने अभिनय से लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई। उनका निधन 29 अप्रैल, 2020 को कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद हुआ, लेकिन उनकी यादें और फिल्में आज भी हमारे बीच जीवित हैं। इरफान खान के पास एक अनोखा आकर्षण और बेहतरीन अभिनय क्षमता थी, जो हर किरदार में झलकती थी, चाहे वह गंभीर हो या हल्का-फुल्का।

इरफान की फिल्मोग्राफी में कई ब्लॉकबस्टर फिल्में शामिल हैं, जिन्होंने सिनेमा प्रेमियों और आलोचकों दोनों का दिल जीता। आइए, उनकी पुण्यतिथि पर उनकी कुछ बेहतरीन फिल्मों की चर्चा करते हैं, जिन्होंने उन्हें एक महान अभिनेता के रूप में स्थापित किया।

Enjoy Irrfan Khan's weekend hits—each will teach you something new.
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मकबूल: शेक्सपियर के मैकबेथ पर आधारित, विशाल भारद्वाज द्वारा निर्देशित यह फिल्म इरफान खान के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों में से एक मानी जाती है। यह कहानी है मकबूल की, जो एक ताकतवर गैंगस्टर का विश्वासपात्र गुर्गा होता है। समय के साथ वह अपने बॉस की पत्नी से प्यार करने लगता है और इस रिश्ते में उलझने के बाद उसके जीवन में जटिलताएं बढ़ जाती हैं। इस फिल्म में इरफान ने अपने किरदार में जिस तरह की गंभीरता और गहराई लाई, वह उन्हें सिनेमा के महानतम अभिनेताओं की श्रेणी में लाकर खड़ा कर देती है। आप इस फिल्म को डिज़्नी+ हॉटस्टार पर देख सकते हैं।

पान सिंह तोमर: इरफान ने इस फिल्म में एक सच्ची कहानी को पर्दे पर जीवंत किया, जिसमें उन्होंने एक राष्ट्रीय एथलीट से डकैत बने पान सिंह तोमर की भूमिका निभाई। फिल्म में इरफान ने पान सिंह के जटिल व्यक्तित्व और उसकी चुनौतियों को बहुत ही सहजता से निभाया। यह फिल्म न केवल इरफान के करियर की एक बड़ी सफलता थी, बल्कि इसे राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला।

द लंचबॉक्स: इस रोमांटिक ड्रामा में इरफान ने एक ऐसा किरदार निभाया जो अकेलापन महसूस करता है और एक अंजान महिला के साथ लंचबॉक्स के जरिए पत्राचार शुरू करता है। इरफान की सरलता और गहरे भावनात्मक पहलुओं को चित्रित करने की क्षमता ने इस फिल्म को दर्शकों के दिलों में खास जगह दी।

पीकू: इस फिल्म में इरफान खान ने अमिताभ बच्चन और दीपिका पादुकोण के साथ स्क्रीन शेयर की। फिल्म एक हल्की-फुल्की पारिवारिक कहानी थी, जिसमें इरफान ने अपने विनम्र और सहज अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया।

हिंदी मीडियम: शिक्षा प्रणाली पर कटाक्ष करती इस फिल्म में इरफान ने एक मध्यमवर्गीय पिता की भूमिका निभाई, जो अपने बच्चे को एक अच्छे स्कूल में दाखिला दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करता है। फिल्म में उनकी कॉमिक टाइमिंग और भावनात्मक गहराई ने इसे एक बड़ी हिट बना दिया।इरफान खान की फिल्में उनके बहुआयामी अभिनय का प्रमाण हैं। उनकी विरासत हमेशा जीवित रहेगी, और उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।

इरफान खान भारतीय सिनेमा के उन अभिनेताओं में से एक थे, जिन्होंने अपनी अदाकारी से न केवल भारतीय दर्शकों का दिल जीता, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई। उनकी फिल्मों ने सिनेमा की गहराइयों को छुआ, और उनके अभिनय ने हर किरदार में जान फूंक दी। आज हम उनकी दो बेहतरीन फिल्मों, लंचबॉक्स और पान सिंह तोमर, पर नज़र डालेंगे, जो उनके शानदार करियर का अभिन्न हिस्सा हैं।

लंचबॉक्स (2013):

यह बाफ्टा (BAFTA) नॉमिनेटेड फिल्म रितेश बत्रा द्वारा निर्देशित एक अद्भुत प्रेम कहानी है, जो मुंबई की डब्बावाला सेवा के माध्यम से पनपती है। फिल्म में इरफान खान, निमरत कौर और नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने मुख्य भूमिकाएँ निभाई हैं।

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फिल्म की कहानी इला (निमरत कौर) और साजन फर्नांडिस (इरफान खान) के बीच घूमती है। इला अपने पति का प्यार वापस पाने के लिए एक विशेष लंच तैयार करती है, लेकिन डब्बावाला की गलती से वह लंच साजन के पास पहुंच जाता है। इसके बाद दोनों के बीच लंचबॉक्स के जरिए पत्राचार शुरू होता है, जो धीरे-धीरे एक गहरी और जटिल भावनात्मक कहानी में बदल जाता है।

इरफान ने साजन के किरदार में जिस तरह की संवेदनशीलता और एकांत की भावना को चित्रित किया, वह दर्शकों के दिलों को छू जाता है। लंचबॉक्स न केवल एक खूबसूरत प्रेम कहानी है, बल्कि यह अकेलेपन, उम्मीद और प्यार की तलाश पर आधारित एक सशक्त फिल्म भी है। इस फिल्म को आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं और इरफान की शानदार अदाकारी का लुत्फ उठा सकते हैं।

पान सिंह तोमर (2012):

तिग्मांशु धूलिया द्वारा निर्देशित यह फिल्म एक सच्ची कहानी पर आधारित है, जिसमें इरफान खान ने मुख्य भूमिका निभाई है। पान सिंह तोमर की कहानी एक राष्ट्रीय एथलीट की है, जिसने देश के लिए गोल्ड मेडल जीते, लेकिन परिस्थितियों ने उसे एक डकैत बनने पर मजबूर कर दिया। फिल्म में इरफान ने पान सिंह के संघर्ष और उसकी आंतरिक पीड़ा को बहुत ही गहराई से व्यक्त किया है।

पान सिंह एक साधारण सैनिक से लेकर बागी बनने तक की यात्रा करता है, और इस दौरान उसकी जिन्दगी में आने वाली मुश्किलें और समाज की अन्यायपूर्ण व्यवस्था फिल्म का केंद्र बिंदु हैं। इरफान ने पान सिंह के जटिल और गंभीर व्यक्तित्व को बखूबी निभाया, जिसके लिए उन्हें काफी प्रशंसा मिली। इस फिल्म ने 2012 में बेस्ट फीचर फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता था।

पान सिंह तोमर और लंचबॉक्स जैसी फिल्मों ने इरफान खान को सिनेमा की दुनिया में एक अद्वितीय अभिनेता के रूप में स्थापित किया। उनका अभिनय न केवल प्रभावशाली था, बल्कि उसने दर्शकों को हर बार कुछ नया सोचने पर मजबूर किया। इरफान की ये फिल्में आज भी उतनी ही प्रेरणादायक और दिल को छू लेने वाली हैं, जितनी पहली बार रिलीज होने पर थीं।

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