भारतीय खेल संक्षेप, 13 अक्टूबर: शर्मा ने फ्रांस में कट मिस किया
भारतीय गोल्फर शुभंकर शर्मा का फ्रेंच ओपन में प्रदर्शन निराशाजनक रहा। उन्होंने पहले दौर में ही कुछ खास नहीं किया और कट में जगह बनाने में असफल रहे। इस प्रतियोगिता से पहले बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन शर्मा अपने खेल में लय नहीं बना सके। उनका स्कोर क्वालीफाइंग मार्क से कम रहा, जिससे वह प्रतियोगिता से जल्दी बाहर हो गए। यह उनके लिए एक और मुश्किल घटना है, क्योंकि इस साल उनका प्रदर्शन कई बार चुनौतीपूर्ण रहा है। शुभंकर के लिए यह सीजन कठिनाईयों से भरा रहा है। उन्हें अपनी खेल शैली में
भारतीय गोल्फर शुभंकर शर्मा ने फ्रेंच ओपन में कट मिस किया भारतीय गोल्फर शुभंकर शर्मा ने ओपन डे फ्रांस में कट मिस कर दिया, जहाँ उन्होंने ल गोल्फ नेशनल, पेरिस में 72-75 के स्कोर के साथ खेला। यह वही स्थान है जहाँ उन्होंने दो महीने पहले ओलंपिक खेलों में भाग लिया था।
प्रदर्शन का विश्लेषण पहले राउंड में चार बर्डीज़ और पांच बोगी के साथ शर्मा ने शुरुआत की। उनके दूसरे राउंड में, उन्होंने दो बर्डीज़, तीन बोगी और एक ट्रिपल बोगी का सामना किया। कुल मिलाकर, उनका प्रदर्शन ऐसा रहा कि वह कट को बड़े अंतर से मिस कर गए, क्योंकि कट 1-अंडर पर निर्धारित किया गया था।
प्रतियोगिता की स्थिति
दूसरी ओर, जेसपर स्वेनसन ने भी अंतिम राउंड में एक स्ट्रोक की बढ़त बनाई है, क्योंकि वह अपने रॉकी सीज़न में दूसरा DP वर्ल्ड टूर टाइटल जीतने के लिए प्रयासरत हैं। स्वेनसन ने इस टूर्नामेंट में कड़ी मेहनत करने का और समर्पण का जो प्रदर्शन किया है वह बिल्कुल उचित है।
टीम की इस सफलता ने आगामी ओलंपिक क्वालिफायर के लिए उत्साह बढ़ाया है। एथलीटों का मनोबल ऊंचा है और वे अब अगली बड़ी चुनौतियों के लिए तैयार हैं। उनकी मेहनत और संघर्ष ने उन्हें एक मजबूत बुनियाद दी है, जो उन्हें भविष्य में और भी बड़े मुकाम हासिल करने में मदद करेगी।
निष्कर्ष:
शुभंकर शर्मा के लिए यह एक कठिन दिन था, लेकिन खेल की दुनिया में हर प्रतियोगिता एक नया अवसर लाती है। उम्मीद है कि वह आने वाले टूर्नामेंटों में अपनी लय फिर से हासिल करेंगे।
स्वीडिश गोल्फर जेसपर स्वेनसन की शानदार प्रदर्शन स्वीडिश गोल्फर जेसपर स्वेनसन, जिन्होंने मार्च में पोर्शे सिंगापुर क्लासिक जीता था, ने ल गोल्फ नेशनल में चार अंडर 67 का कार्ड बनाया। इस प्रदर्शन के साथ, उन्होंने कुल 13 अंडर पार का स्कोर किया और सैम बायरस्टो और थॉर्ब्ज़र्न ओलेसन से एक स्ट्रोक की बढ़त बना ली है।
रूकी सीज़न का प्रभाव स्वेनसन और बायरस्टो दोनों अपने रूकी कैरियर में हैं, क्योंकि उन्होंने यूरोपीय चैलेंज टूर से ग्रेजुएट किया है। पिछले साल के रोड टू मॉलोर्का रैंकिंग में स्वेनसन ने पांचवां और बायरस्टो ने 18वां स्थान हासिल किया था। यह दोनों खिलाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो उनकी मेहनत और लगन को दर्शाता है।
भारत के एथलेटिक्स खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकते हुए भारत के ट्रैक और फील्ड एथलीट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए लगातार सफलता हासिल कर रहे हैं। हाल ही में आयोजित एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में, भारतीय धावकों और थ्रोअर्स ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने कई पदक जीते और नए व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ अंक स्थापित किए। धावकों का प्रदर्शन भारतीय स्प्रिंटर्स ने अपनी गति और तकनीक से सभी को प्रभावित किया। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें पदक
अन्य प्रतियोगियों की स्थिति इंग्लैंड के डैन ब्रैडबरी और जो डीन ने 11 अंडर पार पर चौथे स्थान को साझा किया है। डीन ने पांच अंडर 66 का स्कोर बनाया, जिससे वह लीडरबोर्ड में सात स्थान ऊपर पहुंचे। उनके इस प्रदर्शन ने प्रतियोगिता में उत्साह और प्रतिस्पर्धा बढ़ा दी है। निष्कर्ष जेसपर स्वेनसन का यह शानदार प्रदर्शन और उनके रूकी साथी खिलाड़ियों का उभरता हुआ टैलेंट गोल्फ की दुनिया में नई उमंग लाता है। जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ता है,