आर अश्विन क्रिकेट जगत में अपनी सटीक ऑफ-स्पिन और बल्लेबाजी क्षमता के लिए प्रसिद्ध हैं। टेस्ट क्रिकेट में निचले क्रम में खेलते हुए उन्होंने कई बार अहम पारियां खेलीं और भारतीय टीम के लिए कठिन परिस्थितियों में योगदान दिया। हालांकि, शनिवार को एक खास पल देखने को मिला, जब 38 वर्षीय अनुभवी खिलाड़ी ने अपने 105 मैचों के लंबे टेस्ट करियर में पहली बार 10वें नंबर पर बल्लेबाजी की।
अंतरराष्ट्रीय करियर में अश्विन केवल एक बार, 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ टी20 मैच में, 10वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे थे। अपने टेस्ट करियर में आमतौर पर वे 8वें नंबर पर खेलते आए हैं, जहां उनका औसत 26.01 है और उन्होंने 1977 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक भी शामिल हैं। निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए उनके प्रदर्शन ने उन्हें एक उपयोगी ऑलराउंडर बना दिया है।
अश्विन ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी प्रदर्शन तब किया जब उन्हें छठे नंबर पर बल्लेबाजी का मौका मिला। इस पोजीशन पर उन्होंने कुल 15 पारियों में 35.40 की औसत से 531 रन बनाए। इस क्रम में उनकी बल्लेबाजी के दौरान उन्होंने विपक्षी गेंदबाजों पर अच्छी पकड़ बनाई और टीम के लिए महत्वपूर्ण साझेदारियां निभाईं।
अश्विन का बल्लेबाजी कौशल और उनकी ऑलराउंड क्षमता टीम को संतुलन प्रदान करती है, जिससे भारतीय टीम को कई बार फायदा हुआ है। बल्लेबाजी क्रम में बदलाव के बावजूद उन्होंने टीम की आवश्यकताओं को प्राथमिकता दी है।