UP Politics: उत्तर प्रदेश में राजनीति: कांग्रेस पार्टी इस बात से नाखुश है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) ने उन्हें सिर्फ गाजियाबाद सदर और खैर की सीटें दी हैं। कांग्रेस पार्टी चाहती है कि उसकी सारी सीटें फूलपुर को दी जाएं। लेकिन सपा ने पहले ही फूलपुर से अपना उम्मीदवार उतार दिया है। आपको बता दें कि सपा ने फूलपुर से मुस्तफा सिद्दीकी को फिर से मैदान में उतारा है, जबकि वह पिछला चुनाव सिर्फ 2,000 वोटों से हारे थे। इससे कांग्रेस की दावेदारी को धक्का लगा है। सीटों को लेकर बातचीत के लिए जल्द ही कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं और सपा के मुखिया अखिलेश यादव के बीच अंतिम बैठक होगी।
वहीं, सपा पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने साझेदारी को अंतिम रूप दिए बिना ही महाराष्ट्र में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार शुरू कर दिया है। इससे सपा और कांग्रेस के बीच दूरियां और बढ़ गई हैं। यूपी चुनाव से पहले दोनों गुट एक-दूसरे से भिड़ने लगे हैं।
कुछ लोगों का कहना है कि प्रियंका गांधी, राहुल गांधी और उमर अब्दुल्ला ने कुछ समय पहले श्रीनगर में अनौपचारिक बातचीत के दौरान यूपी उपचुनाव में सीटों के बंटवारे पर बात की थी। सपा दो सीटें देने को तैयार है। कांग्रेस के यूपी प्रभारी अविनाश पांडे, अजय राय और आराधना मिश्रा सपा नेताओं के संपर्क में हैं। अब अगले कुछ दिनों में कांग्रेस और सपा को अपने मतभेदों को सुलझाना है और यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस समझौते के तौर पर फूलपुर पर अपना दावा छोड़ती है या नहीं।
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